आम तौर पर ब्लड प्रेशर की बिमारी को हल्के तौर पर लिया जाता है
Wed, 04 Sep 2024
आम तौर पर ब्लड प्रेशर की बिमारी को हल्के तौर पर लिया जाता है।लोग दवा नहीं लेते।जिनका ब्लड प्रेशर १२०/८० से अधिक रहता है उन्हें एक नई समस्या से साल दो साल बाद दो चार होना पड़ता है।जिसे लेफ्ट वेंट्रिकुलर हाइपोट्राफी कहते हैं। इस रोग में हृदय के मुख्य चेम्बर लेफ्ट वेंट्रिकुलर की मांसपेशियां सख्त और बड़े आकार की हो जाती है जिसकारण हृदय को अधिक ताकत लगाकर खून को पम्प करना पड़ता है।बाद में यह हृदयाघात का कारण बन जाता है।वैसे तो लेफ्ट वेंट्रि कुलर हाइपोट्राफी को इकोकारडियोग्राफी नाम की मशीन से पहचाना जाता है। किन्तु सीने में दर्द,सर भारी रहना, बातचीत करने में अनिच्छा और जोर लगाकर सांस लेना जैसे लक्षणों से भी इसकी पहचान हो जाती है।
लेफ्ट वेंट्रिकुलर हाइपोट्राफी का इलाज टेलमी सार्टन और लोसार्टन जैसी दवाएं हैं।१-२ साल लगातार सेवन करने से बढ़े हुए हृदय का आकार पुनः पुराने और सही आकार में आ जाता है। ब्लड प्रेशर का टाइट कंट्रोल दूसरी शर्त है।इसके बिना यह बिमारी ठीक नहीं हो पाती।
Dr. S Kumar........
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