"दिल्ली में बारिश से शहर की सड़कों का बुरा हाल हो गया। कहीं सड़क धंस रही है तो कहीं सड़क ही उखड़ गई है। इससे शासन प्रशासन की पोल खुल गई है। हालत ऐसी है कि कई सड़कों पर वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। सड़कों पर जगह-जगह गड्ढों से वाहन चालक परेशान हो रहे हैं।
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बारिश ने शासन प्रशासन की पोल खोल कर रख दी है। कभी सीवर के मैनहाल में लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं तो कहीं नालों में गिरकर लोग डूबकर अपनी जान गंवा रहे हैं। वहीं, बारिश ने सड़कों को बीमार कर दिया है। जगह-जगह गड्ढों से सड़कों का बुरा हाल है।कहीं सड़क धंस रही है तो कहीं सड़क ही उखड़ गई है। यह स्थिति दिल्ली के हर इलाके की है। सर्वाधिक खराब स्थिति बाहरी दिल्ली व पश्चिमी के साथ दक्षिणी दिल्ली की है। इस मामले में पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता एमके मलिक से इस पर पक्ष मांगा गया, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया।
नांगलोई से टिकरी बॉर्डर तक सड़क चलने लायक नहीं बची है। नांगलोई से मुंडका के बीच कई गहरे गड्ढे हो गए हैं, जिसमें वाहन चालक अक्सर गिरते हैं।पीडब्ल्यूडी की इस सड़क के साथ बने नालों से पानी की निकासी न होने से यह समस्या बनी हुई है। सुल्तानपुरी से रोहिणी सेक्टर-22 तक जाने वाली 100 फुटा सड़क पर 25 से 30 जगहों पर गड्ढे हैं। खासकर सोलंकी कांप्लेक्स के सामने से लोगों का निकलना मुश्किल है। यहां आए दिन ई-रिक्शा पलटते रहते हैं। बाहरी रिंग रोड पर मधुबन चौक से बादली तक सर्विस रोड से लेकर मुख्य सड़क टूटी पड़ी है। आजादपुर से मजलिस पार्क की ओर जाते हुए सड़क पर कई गड्ढे हैं। मुख्य कंझावला रोड बेगमपुर से जैन नगर तक सड़क पर कई गहरे गड्ढे हो गए हैं। यह सड़क पीडब्ल्यूडी के अधीन है। छह से सात महीने पहले ही यह सड़क बनी है। दक्षिणी दिल्ली के कालका देवी मार्ग पर बारिश की वजह से कई जगह गड्ढे हो गए हैं। मिट्टी और गिट्टी डालकर इन्हें पाटा गया है। हौजखास के पास अरविंदो मार्ग पर भी बारिश से तरकोल की परत उखड़ चुकी है, जिससे गड्ढे बन गए हैं। ओखला विहार से अबु फजल इन्क्लेव मार्ग पर मेट्रो स्टेशन के नीचे मोड़ पर ही बारिश की वजह से गड्ढे हो गए हैं। इसलिए यहां अक्सर वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते हैं।जामिया नगर थाने के सामने 50 मीटर और फूड सप्लाई आफिस के सामने लगभग 100 मीटर रोड खराब है। फूड आफिस के सामने गड्ढे ढाई फीट तक गहरे हैं। यहां बस, आटो, ई-रिक्शा आदि वाहनों के पलटने का अंदेशा बना रहता है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया मेट्रो के पास से गफ्फार मंजिल जाने वाली रोड भी कई जगह से टूटी है। मलबा आदि डालकर काम चलाया जा रहा है। मुनापार में भी सड़कों की हालत बद से बदतर हो चुकी है। सड़कों पर वाहन चलाना जान हथेली पर रखकर चलाने के बराबर है। गड्ढों से सड़कों पर जाम लगता है। वजीराबाद, शाहदरा जीटी रोड, पटपड़गंज रोड, कोंडली, गाजीपुर, ब्रह्मपुरी, करावल नगर, ब्रजपुरी, गोकलपुरी, यमुना विहार, ताहिरपुर, पटपड़गंज, झिलमिल औद्योगिक क्षेत्र, दल्लूपुरा गांव, सोनिया विहार समेत अन्य क्षेत्र में गड्ढों की भरमार है।यहां चालकों का चलना मुसीबत बन गया है। वजीराबाद रोड पर खजूरी चौक से लेकर भोपुरा बार्डर तक सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। यह डर उस वक्त और बढ़ जाता है जब बारिश होने पर उन गड्ढों में पानी भर जाता है, तब वाहन चालक गड्ढों का अंदाजा नहीं लगा पाते।मध्य दिल्ली में पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के सामने सड़क घंसने से करीब पांच फुट गड्ढा हो गया। डीयू में समाज कार्य विभाग के सामने भी सड़क की स्थिति खराब है। करोल बाग से लेकर पहाड़गंज, खारी बावली, सदर बाजार में भी सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है।
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Bimala Devi