"भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के विज्ञानियों ने धान की फसल को कीटों से बचाने के लिए किसानों को जरूरी टिप्स दिए हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर धान की फसल में तना छेदक कीट की समस्या नजर आए तो वहां पर निगरानी हेतू फिरोमोन ट्रैप का इस्तेमाल जरूरी है। इसके अलावा सब्जियां जैसे टमाटर मिर्च बैंगन फूलगोभी व पत्तागोभी आदि में भी इसका उपयोग कर सकते हैं।
धान की फसल इन दिनों बाली बनने की स्थिति में है। ऐसे समय में कीटों के प्रकोप को लेकर सतर्क रहने की बड़ी आवश्यकता है। पूसा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के विज्ञानियों का कहना है कि धान की फसल ( paddy crop) में तना छेदक कीट की समस्या नजर आए तो निगरानी हेतू फिरोमोन ट्रैप का इस्तेमाल करें।
एक एकड़ खेत के लिए तीन से चार ट्रैप उपयुक्त होंगे। यदि तना छेदक कीट का प्रकोप अधिक हो तो करटॉप दवा का इस्तेमाल करें। तना छेदक कीट के साथ ही इस समय धान की फसल को नष्ट करने वाली ब्राउन प्लांट होपर का प्रकोप हो सकता है। इसके लिए खेत के अंदर जाकर पौध के निचली भाग के स्थान पर मच्छरनुमा कीट का निरीक्षण करें। यदि प्रकोप अधिक दिखाई दें तो इमिडाक्लोप्रिड दवा का छिड़काव करें।
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raj