महिलाओं को मोटापा
Mon, 26 Aug 2024
Dr.S Kumar......................
कालेज जाने वाली बड़ी लड़कियों और विवाह के बाद कुछेक महिलाओं को मोटापा चढ़ने लगते है,चेहरे और हाथों पर बाल आने लगते है और अनियमित और मासिक से पीड़ित होने लगती है।कुछेक साल के बाद ऐसी महिला बांझपन, मधुमेह और हृदय रोग से ग्रस्त हो जाती है।इसे पीसीओएस कहते है।पीसीओएस का मतलब है-पाॅली सिस्टीक ओवरी सिनड्राम .यह अंडाशय में सामान्य से अधिक मात्रा में एण्ड्रोजन हार्मोन बनने के कारण होता है। एण्ड्रोजन हार्मोन पुरुष हार्मोन होता है जो गलती से महिलाओं मे बनने लगता है।
उन महिलाओं को अधिक होता है जो पिज़्ज़ा, बर्गर,नमकिन भुजिया, बोतलबंद चटनी, चाउमिन जैसे भोजन अधिक पसँद करती है। मधुमेह थायरायड, मोटापा ,उच्च रक्तचाप और अधिक सोच विचार करने वाली लड़कियो और महिलाओं को पीसीओएस अधिक होता है
पीसीओएस की प्रारम्भिक जांच रक्त में एल एच और एफ एस एच हार्मोन की अधिकता जानना है।सोनोग्राफी से सिस्ट या गाॅठ बनने की जानकारी मिलती है।
पीसीओएस के इलाज में हार्मोन कम करने की दवा और आयरन का प्रयोग किया जाता है।चिंता और तनाव बढ़ाने वाले माहौल से दूर कुछ दिन आउटिंग पर जाने की सलाह दी जाती है।
गर्भ धारण की समस्या ठीक न होने पर सर्जरी(लैप्रोसकोपिक ओवरियन ड्रिलिंग) किया जाता है। जिसमे लेजर किरणो से अंडाशय के सिस्ट मे छेद कर महिला को गर्भ धारण के लायक बना दिया जाता है
Dr.S Kumar