सेरेब्रल पाल्सी
Mon, 26 Aug 2024
सेरेब्रल पाल्सी या दिमागी लकवा एक ऐसी बिमारी है जो छोटे बच्चों को जीवन के पहले तीन सालों में मस्तिष्कीय क्षति के कारण होती है।बच्चे असमान्य हावभाव से बात करने और अटपटे तरीके सेचलने लगते हैं । वे शरीर के मासपेशियों का समन्वय नहीं कर पाते।
सेरिब्रल पैल्सि को कई तरीके से पकड़ा जा सकता है।पहला बच्चे का दोनों टांगप्रभावित हो जाए (स्पास्टिक डिप्लेजिआ)।ऐसे मे बच्चे को चलने में कठिनाई होती है और बचचा मंदबुद्धि होता है।
दूसरा बच्चे को चूसने, निगलने और बोलने में मुश्किल आती है। नई चीजें पढ़ने और सिखने में असहाय होता है(डिसकाइनेटिक सेरिब्रल पैल्सि)
तीसरा बच्चा अटपटे तरीके और अस्थिर चाल के साथ लिखने पढ़ने और चलता है।हाथो और पैरों में समन्वय नहीं होता है (एटाक्सिक सेरिब्रल पैल्सि)
यह बिमारी होती क्यों है? यदि गर्भ में पल रहे बच्चे को अपर्याप्त आक्सीजन मिले या जन्म के समय ऐसी घटना हो जाए जो मस्तिष्क के सामान्य विकास को बाधित कर दे तो पाल्सी होता है। गर्भावस्था के दौरान मेनिनजाइटिस,रुबेला ,वाइरल संक्रमणऔर टोक्सोप्लास्मोसिस(परजीवीय संक्रमण) द्वारा मस्तिष्क की क्षति कर देने पर भी सेरिब्रल पैल्सि होता है।
आर्थोपेडिक सर्जन और फिजियोथैरेपिस्ट द्वारा सेरिब्रल पैल्सि का इलाज तबतक शुरू नहीं किया जाता जबतक बच्चा ३ वर्ष का हो नहीं जाए।अधिक फड़कने वाले( स्पास्टिक) मांसपेशियों मे इंजेक्शन लगाकर उसे शांत किया जाता है। जोड़ की प्रभावित करने वाली छोटी मांसपेशियों को बड़ा करने के लिए सर्जरी की जाती है। बैठने, खड़े होने और चलने में स्पास्टिसिटी अधिक हो तो कुछ नर्व फाइबर्स को आपरेट कर दी जाती है। स्पास्टिसिटी ( बच्चे का चमकना)को शांत करने में गोली और दवा का प्रभाव स्थाई नहीं होता है।
DR.S.KUMAR.....
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