आधुनिक चिकित्सा मे सबसे चर्चित, और तर्कसंगत विटामिन कोई है तो वह विटामिन डी है
Wed, 04 Sep 2024
आधुनिक चिकित्सा मे सबसे चर्चित, और तर्कसंगत विटामिन कोई है तो वह विटामिन डी है। आश्चर्य की बात है कि भारत मे ८०% आबादी विटामिन डी कमी से पीड़ित है।
विटामीन डी की कमी होने पर क्या होता है?पहचान बहुत सरल है।पीठ मे दर्द रहना, हाथ- पैरो का टटाना ,उठने -बैठने मे दिक्कत, हल्के चोट से फ्रैक्चर होना, टुटे हड्डी का देर से जुड़ना विटामिन डीके कमी का सूचक है।
डायबिटीज़ मे विटामिन डी की हमेशा कमी होती है। शुगर कंट्रोल नहीं हो पाता। इसे इनसुलिन रेसिसटेनश कहते है । विटामिन डी इन्सुलिन रेसिस्टेंस ठीक करने में बहुत कारगर है।यह इन्सुलिन को मांसपेशियों तक पहुंचाने में मदद करता है।
किडनी रोग में विटामिन डी और कैलसियम की भारी कमी हो जाती है। विटामिन डी गर्भावस्था जनित डायबीटीस और प्री इकलिमपसिया से बचाता है। हृदयाघात और ब्लाकेज से बचाने के लिए हृदय रोग विशेषज्ञ विटामिन डी को स्टैटिन के साथ जोड़कर देते हैं।
बच्चो को बार बार खांसी जुकाम और इनफैक्शन होता हो तो विटामिन डी-3 देना चाहिए। यह इमयुन को बढ़ाता है। बूढ़े लोगों में भूलने की बिमारी (डिमेन्शिया) और अल्जाइमर ठीक करने में भी विटामिन डी की भूमिका है।
६० वर्ष के बाद शरीर बांस की तरह झुक कर टेढी हो जाती है।कमर तथा रीढ़ की हड्डी कमजोर होकर आगे की तरफ झुक जाती कर है।यह उंगलियो में झनझनाहट और पैरों के सुन्न पड़ने का कारण बन जाता है।ऐसे में विटामिन डी-३ हड्डियों को युवा की तरहसख्त और मजबूत बनाता है।
DR. S Kumar.........
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