Jharkhand चाईबासा,
पश्चिमी सिंहभूम जिले के मझगांव प्रखंड के घोड़ाबांधा में आदिवासी हो समाज महासभा के दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन में तलाक पर महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।
यदि किसी कारणवश पति-पत्नी में संबंध विच्छेद होता है तो ऐसी स्थिति में संतान पर अधिकार पिता का ही होगा। विच्छेद के कारण लड़का और लड़की दोनों में से कोई भी हो सकता है लेकिन विवाह विच्छेद के बाद बच्चों की जिम्मेदारी पति के ऊपर होगी। क्योंकि कुर्सी नामा के अनुसार हो समाज पितृ प्रधान समाज है जो बच्चों के भविष्य के लिए अत्यंत जरूरी है।
By Sunil kachhap