"वाराणसी में जर्जर भवन जान-माल के लिए खतरा बने हुए हैं। हनुमानघाट स्थित एक जर्जर भवन शुक्रवार रात भरभरा कर गिर गया लेकिन संयोग से जानमाल की क्षति नहीं हुई। नगर निगम ने पहले ही इस भवन को जर्जर घोषित कर दिया था और महंत स्वामी शंकर पुरी महाराज ने इसके गिराने के लिए नगर आयुक्त को पत्र लिखा था।
जर्जर भवन जान-माल के लिए खतरा बना हुआ है। बरसात में जर्जर भवनों के गिरने का भी क्रम जारी है। शुक्रवार रात हनुमानघाट स्थित भवन संख्या बी. 4/34-35 भरभरा का गिर गया। दो मंजिला भवन का करीब 50 प्रतिशत हिस्सा ध्वस्त हो गया है। यह संयोग ही था कि जानमाल की क्षति नहीं हुई।नगर निगम का नोटिस मिलने के बाद अन्नपूर्णा मठ के महंत स्वामी शंकर पुरी महाराज ने इस भवन गिरवाने के लिए नगर आयुक्त को पत्र भी लिखा था। उन्होंने 30 अगस्त को नगर आयुक्त के अलावा पुलिस फोर्स के लिए भेलूपुर थाना प्रभारी को भी पत्र लिखा था।
नगर निगम ने शहर में 489 भवन जर्जर चिह्नित किया है। इसमें से चौक, कोतवाली व दशाश्वमेध जोन में करीब 100 से अधिक मकान काफी जर्जर हैं। सीके. 33/72 व 72 नेपाली खपड़ा जीर्णशीर्ण अवस्था में है। इस भवन में दर्जनभर दुकानें किराये पर है। भवन में मिठाई का कारखाना भी चल रहा है।
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Amit