झारखंड होमगार्ड बहाली में दौड़ने के दौरान कई युवाओं की मौत के बाद राज्य सरकार ने नियमावली में संशोधन करने का निर्णय लिया है।
उत्पाद सिपाही के साथ-साथ पुलिस जवान, होमगार्ड जवान, कक्षपाल आदि तमाम नियुक्तियों के लिए एक ही नियमावली होगी जिसे कार्मिक विभाग तैयार कर रहा है। कार्मिक विभाग के सूत्रों के अनुसार नई नियमावली में दौड़ के लिए निर्धारित दूरी और समय को कम किया जा सकता है। इससे युवाओं को कम समय में पहले से कम दूरी को तय करना होगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर पुलिस जवान की बहाली से संबंधित नियमावली को संशोधित किया जा रहा है। इससे पहले उत्पाद सिपाही में बहाली के लिए एक घंटा में दस किमी दौड़ने की शर्त थी और गर्मियों में आयोजित दौड़ के क्रम में कई युवा दौड़ते हुए जान गंवा बैठे थे। अब संशोधित नियमावली में इन खामियों को दूर किया जा रहा है।
झारखंड में होम गार्ड भर्ती परीक्षा के फिजिकल की दौड़ प्रतियोगिता में 11 अभ्यर्थियों की मौत हुई थी। जिसके बाद बवाल मच गया था। नेताओं ने भी हेमंत सरकार को घेरा था।उसी समय फिजिकल परीक्षा को स्थगित करना पड़ा था। इसके बाद सवाल भी उठने लगे थे कि आखिर इतनी कड़ी धूप में क्यों दौड़ाया गया
- कानून व्यवस्था बनाए रखना: होमगार्ड पुलिस के साथ मिलकर कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की मदद करता है।
- सुरक्षा ड्यूटी: होमगार्ड महत्वपूर्ण स्थानों जैसे कि सरकारी भवनों, स्कूलों, अस्पतालों आदि की सुरक्षा में तैनात रहता है।
- आपदा प्रबंधन: होमगार्ड आपदा प्रबंधन में मदद करता है, जैसे कि बाढ़, आग, भूकंप आदि के दौरान।
- यातायात प्रबंधन: होमगार्ड यातायात प्रबंधन में भी मदद करता है, जैसे कि सड़कों पर यातायात को नियंत्रित करना।
- सामुदायिक सेवा: होमगार्ड सामुदायिक सेवा में भी शामिल होता है, जैसे कि स्वास्थ्य शिविर, रक्तदान शिविर आदि का आयोजन करना।
- झारखंड सरकार अब नियमावली में बदलाव कर अभ्यर्थियों को राहत देने जा रही है। झारखंड सरकार जल्द ही इस नियमावली की घोषणा करेगी।