सुपाड़ी और पान मसाला खाने वालों के मुंह
Mon, 26 Aug 2024
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सुपाड़ी और पान मसाला खाने वालों के मुंह,गाल मसूड़ों और जीभ पर प्रायः बड़े सफेद निशान बन जाते हैं।जिसे ल्यूको प्लाकिया कहते हैं।अधिकांश ल्यूको प्लाकिया कैंसर रहित होते है।जब सफेद के साथ में लाल निशान हो तो उसे स्पेकल्ड ल्यूको प्लाकिया कहा जाता है। इसमें कैंसर होने की सम्भावना होती है


तम्बाकू के लम्बे समय तक गाल में चिपका कर रखने से ल्यूकोप्लाकिया का बनना शुरू होता है।खुरदरे, टूटे और नुकीले दांतों का रगड़ जाने के कारण भी ऐसा होता है।

ल्यूकोप्लाकिया तीन जगहों पर होता है- गाल के अंदर, मुंह के नीचे और जीभ के ऊपर होता है। यह आमतौर पर दर्दनाक नहीं होता है ।जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो उन्हें हेयरी ल्यूकोप्लाकिया जरुर होता है। इसमें जीभ के एक तरफ खुरदरे सफेद निशान की एक परत जैसी इकट्ठी हो जाती है।यह जीवन भर बना रह सकता है यदि गुटका के बजाय वायरस से हो।

ल्यूकोप्लाकिया का पहला इलाज सुपाड़ी और गुटका का सेवन रोकना है।सफेद छाले के उपर जायलोकेन युक्त मलहम और गोली के रूप प्रो बायोटिक और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स दिया जाता है।

दवा से कई बार ल्यूकोप्लाकिया नहीं हटता है। ऐसे में आपरेशन किया जाता है।ओरल ब्रश बायोप्सी में एक छोटे घूमने वाले ब्रश द्वारा घाव की सतह से कोशिकाओं को हटाया जाता है। यह बहुत ही सौम्य तरीका है।एक्सिसिनल बायोप्सी मे ल्यूकोप्लाकिया के पूरे निशान को निकाल दिया जाता है।

DR. S. KUMAR.....

DR. S. KUMAR.....

 
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