" बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के आदेश के बाद भारत में सेवारत दो बांग्लादेशी राजनयिकों को वापस बुला लिया गया है। दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग में प्रथम सचिव (प्रेस) के रूप में कार्यरत शबन महमूद को उनके अनुबंध की समाप्ति से पहले इस्तीफा देने के लिए कहा गया। इसी तरह कोलकाता में बांग्लादेशी वाणिज्य दूतावास में इसी पद पर कार्यरत रंजन सेन को भी वापस बुलाया गया।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनने के बाद अब भारत से उसके रिश्तों में खटास आती दिख रही है। नई सरकार के आदेश के बाद भारत में सेवारत दो बांग्लादेशी राजनयिकों को उनके कर्तव्यों से हटाकर वापस बुला लिया गया है।
दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग में प्रथम सचिव (प्रेस) के रूप में कार्यरत शबन महमूद को उनके अनुबंध की समाप्ति से पहले इस्तीफा देने के लिए कहा गया। इसी तरह, कोलकाता में बांग्लादेशी वाणिज्य दूतावास में इसी पद पर कार्यरत रंजन सेन को भी उनके कर्तव्यों से बर्खास्त कर दिया गया। बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शनों और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़कर भाग जाने के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार की स्थापना हुई है। हिंसा के चलते ही पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा देकर भारत भाग आई थीं। 76 वर्षीय हसीना 5 अगस्त को बांग्लादेश से हेलीकॉप्टर से भारत आई थीं। दरअसल, प्रदर्शनकारियों ने ढाका की सड़कों पर कब्जा कर लिया था। हसीना के पद से हटने से पहले पूरे देश में भयंकर हिंसा फैली थी, जिसमें अशांति के दौरान 450 से अधिक लोग मारे गए थे।
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Daya