"परिषदीय स्कूल की शिक्षिका की गला दबाकर हत्या करने के बाद शव 30 किलोमीटर दूर नसीरपुर क्षेत्र में झाड़ियों में फेंक दिया गया।
दक्षिण क्षेत्र के मुहल्ला जोशियान चंद्रवार गेट निवासी 55 वर्षीय कमलेश यादव प्राथमिक विद्यालय पेमेश्वर गेट में सहायक अध्यापिका थीं। वह दोपहर 1.15 बजे घर से पैदल निकली थीं। शाम को उनका शव नसीरपुर के गांव पुनच्छा में सड़क से 10 फीट दूर झाड़ियों में पड़ा मिला। उनके गले पर दुपट्टा कसा हुआ था और पास में चप्पलें पड़ी थीं। इधर पुलिस शव की पहचान करने में जुटी थी।
शिक्षिका के स्वजन शाम तक उनके घर न लौटने और फोन बंद होने पर उनकी खोज कर रहे थे। रात नौ बजे दक्षिण थाने में गुमशुदगी लिखवाने पहुंचे तो पुलिस ने नसीरपुर पुलिस द्वारा भेजा गया शव का फोटो दिखाया। अब जाकर मामले की जानकारी हुई। बेटे चिराग ने बताया कि आसफाबाद निवासी सहेली सीमा यादव ने सुबह सात बजे फोन कर मम्मी को अपने घर पर बुलाया था। दोपहर एक बजे तक उसने तीन बार फोन किए थे। इसके बाद मम्मी उससे मिलने पैदल निकली थीं। चार वर्ष पहले सीमा ने आसफाबाद क्षेत्र में 35 लाख रुपये लेकर जमीन का एग्रीमेंट कमलेश के नाम किया था, लेकिन वह बैनामा नहीं कर रही थी। इसके अलावा भी 20 लाख रुपये के लेन-देन का विवाद था। कमलेश उससे तगादा करती थीं। इसलिए उन्हें घर बुलाकर हत्या की गई। शव का पोस्टमार्टम तीन डाक्टरों के पैनल से कराया गया। रिपोर्ट में गला कस कर हत्या करने की बात सामने आई है। उनकी नाक और कान से भी खून आया था। वह दो बच्चों की मां थीं। एसएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया कि आरोपित की तलाश की जा रही है। शव मिलने की जगह से 500 मीटर की दूरी पर लगे सीसीटीवी कैमरे में एक कार जाती दिखाई दे रही है। पुलिस को शक है कि उसी से शव को फेंका गया होगा। पुलिस ने बताया कि शिक्षिका का मोबाइल आसफाबाद क्षेत्र में ही बंद हुआ था। ऐसे में सहेली पर शक गहरा गया है। शिक्षिका का मोबाइल और बैग मंगलवार शाम तक नहीं मिला। पति अनुज ने बताया सीमा ने 27 अगस्त को 10 लाख रुपये लौटाने का वादा किया था। बाकी रकम बाद में देने की बात कही थी।
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Sunita